इस दिन विश्वकर्मा भगवान की विधि-विधान से पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि विश्वकर्मा जी कैसे प्रसन्न कर सकते हैं?
सूर्य 16 सितंबर को संध्याकाल 07 बजकर 52 मिनट पर सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद सूर्य देव 26 सितंबर को हस्त नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
हर वर्ष 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है। वहीं, इस साल सूर्य देव 16 सितंबर को कन्या राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में इस साल 16 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाएगी।
पूजा करते समय विश्वकर्मा जी को बूंदी के लड्डू या चावल से बनी खीर का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से विश्वकर्मा जी की कृपा बनी रहती है।
भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते समय ॐ आधार शक्तपे नम: या पृथिव्यै नम: मंत्र का जाप करें। इससे विश्वकर्मा जी प्रसन्न होने लगते हैं।
विश्वकर्मा जी की पूजा करते समय सुपारी, लौंग, इलायची और बताशा चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
विश्वकर्मा जी की इस विधि से पूजा करने पर व्यापार में इजाफा होता है। इसके साथ ही, व्यक्ति कारोबार में तरक्की करते हैं और खूब पैसा कमाते हैं।
अगर आप धन की कमी का सामना कर रहे हैं, तो विश्वकर्मा जी की विधि-विधान से पूजा करें। ऐसा करने से जीवन में धन की कमी नहीं होती है।
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