सनातन धर्म में कन्या संक्रांति का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा-पाठ और दान करना शुभ होता है। आइए जानते हैं कि कन्या संक्रांति पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, सूर्य देव 16 सितंबर को शाम 07 बजकर 42 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसी दिन कन्या संक्रांति मनाई जाएगी।
इस दिन पुण्य काल दोपहर 12 बजकर 16 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 25 मिनट तक और महा पुण्य काल शाम 04 बजकर 22 मिनट से 06 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
व्यक्ति के जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए मंत्र का जाप किया जाता है। ऐसा करने से रुके हुए कार्य में सफलता मिलती है।
कन्या संक्रांति के दिन ॐ नित्यानन्दाय नमः और ॐ दीप्तमूर्तये नमः मंत्र का जाप कर सकते हैं। इन मंत्रों का जाप करने से सूर्य देव प्रसन्न होने लगते हैं।
कन्या संक्रांति पर सूर्य देव जल चढ़ाते समय ॐ सूर्याय नमः या ॐ आदित्याय नमः मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से करियर में कामयाबी मिलती है।
कन्या संक्रांति के इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को कार्य में सफलता मिलती है। इसके साथ ही, कारोबार में भी इजाफा होता है।
अगर आप कन्या संक्रांति के दिन इन मंत्रों का जाप करते हैं, तो धन प्राप्ति के योग बनेंगे। इसके अलावा, आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने लगेगी।
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