बुधवार के दिन भगवान शिव के पुत्र गणपति की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही, जीवन के सभी विघ्नों को दूर करने के लिए व्रत भी रखा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि गणपति बप्पा की उपासना करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और प्रभु प्रसन्न होते हैं।
बुधवार की पूजा के दौरान सच्चे मन से गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए और गणपति बप्पा को मोदक, खीर, फल और मिठाई का भोग लगाएं।
धार्मिक मान्यता है कि इससे जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। गणेश चालीसा का पाठ इस प्रकार है।
जय गणपति सदगुणसदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥
जय जय जय गणपति गणराजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥
जय गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायक बुद्घि विधाता॥
वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन। तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन॥
अगर आप भी अपने मन की हर मुराद पूरी करना चाहते हैं तो गणेश चालीसा का पाठ जरूर करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com