ज्यादा ग्रीन टी पीने से मेलाटोनिन हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे नींद की समस्या हो सकती है।
जरूरत से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन सिर दर्द का कारण भी बन सकता है। इसकी वजह से माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है।
ग्रीन टी में मौजूद टैनिन इसके ज्यादा सेवन से पेट में जलन, गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याओं की वजह बन सकता है।
ज्यादा ग्रीन टी पीने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।
ग्रीन टी में मौजूद टैनिन आंतों में प्रोटीन की मात्रा का कम कर देता है, जिसकी वजह से उल्टी और मितली की दिक्कत हो सकती है।
ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी पीने से आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। दिल के मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर ही ग्रीन टी पीना चाहिए।
ग्रीन टी ज्यादा पीने से हड्डियां भी कमजोर हो सकती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी की संभावना भी काफी बढ़ जाती है।