आलुबुखारा का नियमित सेवन उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण को नियंत्रित रखता है और साथ ही बैड कोलेस्ट्राल को भी कम करता है। हार्ट अटैक से भी बचाव में मदद करता है।
आलूबुखारा में पोटैशियम काफी मात्रा होती है. जो कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए काफी फायदेमंद है. क्योंकि, यह शरीर से पेशाब के सहारे अतिरिक्त सोडियम को निकालने में मदद करता है और इससे स्ट्रोक
आलुबुखारा के सेवन से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है जिससे भूख कंट्रोल में रहती है साथ ही वजन भी।
एनीमिया जैसे बीमारी से निपटने में भी यह फल बहुत लाभदायक है। इसमें अच्छी मात्रा में आयरन होता है जो कि ब्लड बनने में सहायक होता है।
इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटी-आक्सीडेंट और फाइबर होते हैं जो इम्युनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। बीटा कारटोनेस की मात्रा कैंसर को पनपने और फैलने से रोकता है।
फेनोलिक और फ्लावोनोइड तत्वों की वजह से यह हड्डियों को नुकसान से बचाता है। तो बढ़ती उम्र में बोन्स को हेल्दी रखने के लिए करें इसका सेवन।
आलू बुखारा डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है। इसमें पाए जाने वाले सोर्बिटोल और इसाटिन कंपाउंड्स कब्ज की समस्या दूर करने में मददगार है।
आलू बुखारा खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
आलू बुखारा में मौजूद पॉलीफेनॉल्स तत्व दिमाग को हेल्दी रखता है। आलूबुखारे का जूस बढ़ती उम्र के साथ ब्रेन फंक्शन में आने वाली कमी को दूर करने में सहायक हो सकता है।