हरियाली तीज व्रत निर्जला होता है। अगर हरियाली तीज व्रत रख रही हैं तो ध्यान रहे कि व्रत की शुरुआत से लेकर पारण तक जल ग्रहण न करें।
हरियाली तीज के दिन मायके से आए हुए साड़ी, श्रृंगार का सामान, मिठाई, फल आदि का ही इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। इसे सिंजारा कहते हैं
हरियाली व्रत के समय सोने से बचना चाहिए। इसलिए दिनभर शिव-पार्वती जी की आराधना करनी चाहिए।
हरियाली तीज के दिन बड़े-बुजुर्गों का आदर-सम्मान करें। हर किसी को प्रसन्नता का ख्याल रखें और अच्छे कार्य करें।
हरियाली तीज के दिन विधिवत पूजा करने के बाद कथा अवश्य पढ़नी चाहिए। इससे व्रत का पूर्ण फल मिलता है।
हरियाली तीज के दिन अपने जीवनसाथी से किसी भी प्रकार का झूठ न बोलें और न ही किसी भी तरह का वाद-विवाद करें।
हरियाली तीज के दिन काले और सफेद रंग के कपड़ों को बिल्कुल नहीं पहनना चाहिए।
हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां,साड़ी आदि पहनना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है।