शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हीमोग्लोबिन की पर्याप्त मात्रा को होना जरूरी होता है। आइए जानते हैं कि हीमोग्लोबिन के बढ़ने से शरीर में क्या समस्याएं उत्पन्न होती हैं?
शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने से कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। यह खून को बहने से बचाने में सहायक होता है।
शरीर में हीमोग्लोबिन के बढ़ने से हेमोक्रोमैटोसिस की समस्या होने लगती है। हर किसी के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा अलग-अलग होती है।
शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने से दिमाग सही से काम नहीं कर पाता है। जिसके कारण सोचने-समझने की क्षमता कम हो जाती है। व्यक्ति कंफ्यूज रहने लगता है।
शरीर में लगातार हीमोग्लोबिन बढ़ने से ऑक्सीजन में कमी हो सकती है। जिसकी वजह से पॅालिकैथेमिया नामक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
हीमोग्लोबिन बढ़ने से नाक और आंत से ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है। इससे मसूड़ो में भी खून आ सकता है।
शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ने से थकान की समस्या होने लगती है। किसी भी काम को करते समय तुरंत थकान आ जाती है।
शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा 14 से 15 डेसिलीटर होती है। महिलाओं में 14 से 15 और पुरुषों में 15 से 16 डेसिलीटर हीमोग्लोबिन होता है।
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