कभी-कभार मूड स्विंग होना आम बात है, इसके लिए नींद पूरी न होना, अनहेल्दी डाइट, खराब तबीयत, बहुत ज्यादा भागदौड़ जैसी चीज़ें जिम्मेदार हो सकती हैं।
मूड स्विंग्स के चलते बहुत ज्यादा गुस्सा आता है, किसी से बात करने का दिल नहीं करता और छोटी-छोटी बातों को लेकर स्ट्रेस होने लगता है।
महिलाओं में पीरियड्स, मेनोपॉज और प्रेगनेंसी के दौरान बहुत मूड स्विंग देखने को मिलते हैं। पल-पल बदलते मूड वाले व्यक्ति से बातचीत करने में भी लोग बहुत कतराते हैं।
लंबे समय तक इस परेशानी को इग्नोर करने से मानसिक सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है। ऐसे में आप इन उपायों के जरिए मूड स्विंग्स कंट्रोल कर सकते हैं।
रोजाना कुछ देर की एक्सरसाइज करने से शरीर के साथ दिमाग भी दुरुस्त रहता है। वॉकिंग, जॉगिंग, स्विमिंग, साइकिलिंग, योग जो भी पॉसिबल हो, उसे अपने रूटीन में शामिल करें।
उन लोगों से बातचीत करने के लिए वक्त निकालें, जो आपको नेगेटिविटी से दूर रखते हैं। यह आपको हंसाने और खुश रखने में मदद करते हैं।
सोने का वक्त अगर आप मोबाइल और टीवी के साथ बिताते हैं, तो इससे भी बहुत ज्यादा मूड स्विंग्स होते हैं। वहीं नींद पूरी करने से बॉडी में सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ने लगता है। जो आपको हेल्दी एंड हैप्पी बनाए रखता है।
कई बार आपकी बॉडी को रेस्ट की जरूरत होती है, लेकिन व्यस्तता और जिम्मेदारियों के आगे आप इस डिमांड को इग्नोर करते रहते हैं, तो इससे भी मूड स्विंग्स हो सकते हैं। अपनी बॉडी की जरूरत को समझें।
अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में इन बातों को शामिल करते हैं तो आप मूड स्विंग्स से निजात पा सकते हैं।