इस स्ट्रेच का पूरा फायदा लेने के लिए जरूरी है कि अपने हिप्स को स्क्वायर रखें जिससे बॉडी प्रॉपर अलाइंगमेंट में बनी रहे।
प्लांक पोजीशन में जाने के बाद अपने पैरों को पीछे ले जाएं और फिर उनको आगे लाएं जिससे आपका एबडॉमिनल वर्कआउट हो सके।
ख्याल रखें कि इसे करते वक्त आपके कंधे कानों से ज्यादा से ज्यादा दूर हों। डाउनवर्ड डॉग और इस स्ट्रेच को मिक्स करके करें।
इस बात का खास ख्याल रखें कि आपके हिप्स और शोल्डर्स ज्यादा ट्विस्ट न हों। बॉडी को ज्यादा से ज्यादा स्ट्रेच करने पर फोकस करें।
जब आप अपनी अपर बॉडी को ट्विस्ट कर रहे हों तो इस बात का खास ख्याल रखें कि आपके हिप्स और शोल्डर्स ज्यादा ट्विस्ट न हो रहे हों।
जरूरी नहीं है कि आप जमीन छूने की कोशिश करें। आप दूसरी साइड मौजूद किसी दीवार को भी अपनी उंगलियों से छू सकते हैं।
स्ट्रेचिंग से मसल्स की जकड़न दूर होती है। बेहतर तरीके से एक्सरसाइज कर पाते हैं। इंजुरी की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।