फ्लेक्सिबिलिटी के लिए वर्कआउट से पहले करें ये स्ट्रेचिंग


By Priyanka Singh06, Sep 2022 12:31 PMjagran.com

क्रेसन्ट लंज

इस स्ट्रेच का पूरा फायदा लेने के लिए जरूरी है कि अपने हिप्स को स्क्वायर रखें जिससे बॉडी प्रॉपर अलाइंगमेंट में बनी रहे।

डाउनवर्ड डॉग

प्लांक पोजीशन में जाने के बाद अपने पैरों को पीछे ले जाएं और फिर उनको आगे लाएं जिससे आपका एबडॉमिनल वर्कआउट हो सके।

अपवर्ड डॉग

ख्याल रखें कि इसे करते वक्त आपके कंधे कानों से ज्यादा से ज्यादा दूर हों। डाउनवर्ड डॉग और इस स्ट्रेच को मिक्स करके करें।

ट्राएंगल पोज

इस बात का खास ख्याल रखें कि आपके हिप्स और शोल्डर्स ज्यादा ट्विस्ट न हों। बॉडी को ज्यादा से ज्यादा स्ट्रेच करने पर फोकस करें।

रिवर्स ट्राएंगल

जब आप अपनी अपर बॉडी को ट्विस्ट कर रहे हों तो इस बात का खास ख्याल रखें कि आपके हिप्स और शोल्डर्स ज्यादा ट्विस्ट न हो रहे हों।

साइड बॉडी स्ट्रेच

जरूरी नहीं है कि आप जमीन छूने की कोशिश करें। आप दूसरी साइड मौजूद किसी दीवार को भी अपनी उंगलियों से छू सकते हैं।

स्ट्रेचिंग के फायदे

स्ट्रेचिंग से मसल्स की जकड़न दूर होती है। बेहतर तरीके से एक्सरसाइज कर पाते हैं। इंजुरी की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।