हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, आज 23 जुलाई को पूरे देशभर में सावन शिवरात्रि मनाई जा रही है। इस दिन देवों के देव महादेव आर्थात् शिव जी की पूजा की जाती है।
सावन शिवरात्रि में शिव जी की पूजा करने से व्यक्ति के घर में समृद्धि आती है। बिगड़े काम धीरे-धीरे बनने लगते हैं। व्यक्ति को आर्थिक तंगी से निजात मिलने लगती है।
आज हम आपको एक ऐसी आरती के बारे में बताएंगे, जिसे सावन शिवरात्रि पर करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
हम आपको शिवजी की आरती के बारे में बता रहे हैं। सावन शिवरात्रि पर शिवजी की आरती करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होने के साथ-साथ फूटी किस्मत चमकने लगती है।
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा, एकानन चतुरानन पंचानन राजे। हंसासन गरूड़ासन, वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा, दो भुज चार चतुर्भुज, दसभुज अति सोहे । त्रिगुण रूप निरखते, त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा, अक्षमाला वनमाला, मुण्डमाला धारी । चंदन मृगमद सोहै, भाले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा, श्वेताम्बर पीताम्बर, बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुणादिक, भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा, कर के मध्य कमंडल, चक्र त्रिशूलधारी। सुखकारी दुखहारी, जगपालन कारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा, ब्रह्मा विष्णु सदाशिव, जानत अविवेका। प्रणवाक्षर में शोभित, ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव ओंकारा, त्रिगुणस्वामी जी की आरति, जो कोइ नर गावे। कहत शिवानंद स्वाम, सुख संपति पावे ॥
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com