पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर एक ऐसी गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जो किसी भीषण या जानलेवा घटना का अनुभव करने के बाद विकसित हो सकती है।
PTSD की कंडीशन में दिमाग उस घटना से उबर नहीं पाता और व्यक्ति उसी डर में फंसा रह जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इसके मुख्य लक्षणों के बारे में।
अगर कोई दर्दनाक घटना बार-बार दिमाग में घूमती रहती है, तो यह PTSD का शुरुआती संकेत हो सकता है। ऐसी यादें नींद और मूड दोनों को प्रभावित करती हैं।
ऐसे लोग अपने आसपास की चीजों से जुड़ाव महसूस नहीं करते। खुशी या दुख जैसी भावनाएं भी कम हो जाती हैं।
PTSD पीड़ितों को अक्सर उसी घटना से जुड़े बुरे सपने आते हैं। इससे नींद टूटती रहती है और डर महसूस होता है।
PTSD में इंसान दूसरों से दूर हो जाता है, रिश्तों में दूरी आ जाती है और भरोसा करना मुश्किल हो जाता है।
थोड़ी सी आवाज या हलचल पर भी चौंक जाना PTSD का आम लक्षण है। ऐसे में शरीर हमेशा अलर्ट मोड में रहता है।
PTSD वाले व्यक्ति को या तो बहुत कम नींद आती है या बहुत ज्यादा। भूख भी अचानक घट या बढ़ सकती है।
ऐसी स्थिति में किसी मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट या काउंसलर से जरूर संपर्क करें। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva