मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के ऐसे कई प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं, जिनके दर्शन के लिए न केवल देश बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं।
यदि आप भी कृष्ण की नगरी मथुरा में स्थित गोवर्धन पर्वत जाने का मन बना रहे हैं, तो वहां से यह चीज लाने से बचें। ताकि घर में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
कई लोग गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करते समय यहां से शिला अपने घर ले आते हैं। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता।
कहा जाता है कि ऐसा करने से राधा रानी और भगवान श्रीकृष्ण आपसे नाराज हो सकते हैं, जिससे आपको बुरे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
इसके बुरे परिणामों से तभी बचा जा सकता है, जब आप गोवर्धन की शिला के भार बराबर ही स्वर्ण अर्पित करें। इससे जीवन में सुख आएगा।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में गोवर्धन पर्वत स्थित है, जिससे भगवान श्रीकृष्ण की एक प्रमुख लीला जुड़ी हुई है। जो कुछ इस प्रकार है।
एक बार इंद्र देव ने भारी वर्षा की थी, जब भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर धारण कर समस्त गांव वासियों की रक्षा की थी।
इसके चलते हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का भी विधान है, जो मुख्य रूप से दीपावली के एक दिन बाद की जाती है।
सनातन धर्म में गोवर्धन पर्वत का काफी महत्व है। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com