हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, खासकर इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
इस साल यह पर्व 7 नवंबर को बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा, मान्यता है कि देव दीपावली के दिन पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
शास्त्रों के अनुसार इस दिन देवी-देवता गंगा में स्नान करने के लिए धरती पर आते हैं, उनके स्वागत के लिए वाराणसी समेत कई घाटों पर लाखों दीपक जलाए जाते हैं।
इस दिन पूजा करते समय कुछ विशेष नियमों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी माना जाता है।
देव दीपावली के दिन धन संबंधी लेन-देन नहीं करना चाहिए, इस दिन आपको न तो किसी को धन देना चाहिए और न ही उनसे ऋण के रूप में धन लेना चाहिए।
इस दिन नाखून और बाल काटना वर्जित है, साथ ही इस दिन लंबे समय तक सोना अशुभ माना जाता है।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि घर में हर जगह साफ-सफाई हो, यहां तक कि किसी कोने में मकड़ी का जाला भी न हो। ऐसा करने से भक्तों पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।