हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व होता है। इस दौरान पितरों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि श्राद्ध करते समय किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पितृ पक्ष के दौरान पिंडदान करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और पितृ प्रसन्न होते हैं।
किसी भी तरह के दोष को दूर करने के लिए मंत्र का जाप कर सकते हैं। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती है और व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
पितृ पक्ष में श्राद्ध करते समय भगवान विष्णु के मंत्र ऊँ श्री प्रकटाय नम: का जाप करना चाहिए। इससे पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।
पितरों की पूजा करते समय ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र का जाप करना चाहिए।
पितरों की पूजा करते समय ॐ पितृ देवतायै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से पितृ प्रसन्न होने लगते हैं और परिवार के लोगों को आशीर्वाद देते हैं।
पितृ पक्ष में श्राद्ध के दौरान इन मंत्रों का जाप करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही, करियर में आ रही बाधा भी दूर होने लगती है।
पितरों के प्रसन्न होने से कार्य में आ रही बाधा दूर होने लगती है और व्यक्ति को सफलता मिलती है। इसके अलावा, धन से जुड़ी समस्या भी दूर होने लगती है।
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