सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। इस दौरान भगवान गणेश की पूजा करना शुभ होता है। आइए जानते हैं कि विनायक चतुर्थी पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, 06 अक्टूबर को विनायक का चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन बप्पा की पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 06 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 07 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 47 मिनट पर होगा।
जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए मंत्र का जाप करना चाहिए। वहीं, विनायक चतुर्थी पर गणेश जी के मंत्रों का जाप करने से संकट दूर होती है।
विनायक चतुर्थी पर श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं।
भगवान गणेश की पूजा करते समय ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से साधक को धन लाभ होता है।
अगर आप जल्द नौकरी पाना चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी पर ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र का जाप करें। इससे नौकरी मिलने में आ रही बाधा दूर होती है।
विनायक चतुर्थी पर इन मंत्रों का जाप करने से साधक को कार्य में सफलता मिलती है। इसके साथ ही, व्यक्ति जीवन में तरक्की करता है और धन कमाता है।
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