पंचांग के अनुसार, 06 अप्रैल यानी शनिवार को त्रयोदशी है। अगर आप दुखों का सामना कर रहे हैं तो त्रयोदशी के दिन मंत्र का जाप करें।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को पूजा करनी चाहिए। इससे कुंडली में आने होने वाले दोष भी दूर होने लगते हैं।
जीवन में परेशानियां को दूर करने के लिए मंत्र का जाप कर सकते हैं। इससे सारे दुख दूर होने लगते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
शनि त्रयोदशी के दिन ‘ऊँ शनैश्चराय नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे सारे दुख दूर होने लगते हैं और शनि देव भी प्रसन्न होने लगते हैं।
अगर आप जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं,तो शनि त्रयोदशी पर ‘ऊँ हलृशं शनिदेवाय नमः’ मंत्र का जाप करें। इससे परेशानी दूर होने लगती है।
शनि त्रयोदशी के दौरान 'ऊँ वैराग्यदाय नमः' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से पहले से रुके हुए कामों में सफलता मिलती है।
शनि त्रयोदशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे शनि देव प्रसन्न होकर भक्त पर आशीर्वाद बरसाते हैं।
शनि त्रयोदशी को फल, मिठाई और खीर का भोग लगाना चाहिए। इन चीजों का भोग लगाने से जीवन में आने वाले दुख दूर होने लगते हैं।
देवी-देवताओं को प्रसन्न करने और अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ