सनातन धर्म में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व होता है। इस दौरान पूजा-पाठ करने का विधान होता है। आइए जानते हैं नवरात्र की अष्टमी तिथि पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, इस बार अष्टमी तिथि का व्रत 11 अक्टूबर को रखा जाएगा। इस दिन पूजा करते समय मंत्र का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है।
पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि की शुरुआत 10 अक्टूबर दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट पर होगा।
पूजा करते समय मंत्र का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं और साधक को देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
नवरात्र में अष्टमी तिथि पर मां महागौरी की पूजा करने का विधान होता है। ऐसा करने से साधक को महागौरी का आशीर्वाद मिलता है और कार्य में सफलता मिलती है।
नवरात्र की अष्टमी तिथि पर सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोsस्तुते मंत्र का जाप करें।
अष्टमी तिथि पर धन प्राप्ति के लिए सर्वसंकट हंत्री त्वंहि धन ऐश्वर्य प्रदायनीम्, ज्ञानदा चतुर्वेदमयी महागौरी प्रणमाभ्यहम, सुख शान्तिदात्री धन धान्य प्रदायनीम् मंत्र का जाप करें।
अगर आपको कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है, तो नवरात्र की अष्टमी तिथि पर इन मंत्रों का जाप करें। इससे कार्य में सफलता मिलने लगती है।
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