हिंदू धर्म में खरमास का विशेष महत्व होता है। इस दौरान शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। आइए जानते हैं कि खरमास में किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
इस साल खरमास 14 मार्च यानी आज से हो शुरू हो जाएगा। वहीं, खरमास का समापन 13 अप्रैल 2024 को होगा। इस दौरान मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है।
14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य देव के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी।
इस दौरान सूर्य देव की पूजा करना शुभ माना जाता है। खरमास में मंत्र का जाप करना लाभकारी माना जाता है। इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
खरमास में सूर्य देव के ‘ॐ सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करने से मनोकामना पूरी होती है। इस मंत्र को जल अर्पित करते समय भी पढ़ सकते हैं।
अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर हैं तो खरमास में ‘ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा’ मंत्र का जाप करें। इससे सूर्य देव प्रसन्न होने लगते हैं।
इस दौरान जरूरतमंद लोगों को भोजन, पैसे और कपड़े दान करना चाहिए। ऐसा करने से भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
खरमास में मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है। इसके साथ ही गृह प्रवेश, जनेऊ और मुंडन करने की मनाही होती है। इसके अलावा नया वाहन और घर भी नहीं खरीदना चाहिए।
खरमास में किए जाने वाले उपाय और पूजा विधि के बारे में जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ