शारदीय नवरात्र का पर्व शुरू हो चुका है। यह पर्व बेहद पवित्र माना जाता है। शारदीय नवरात्र हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मनाए जाते हैं।
शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर से हो चुकी है और 2 अक्टूबर को इसका समापन होगा। इस दौरान पूरे भक्ति भाव के साथ रोजाना देवी मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताएंगे, जिन्हें शारदीय नवरात्र में जाप करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है। आइए इन मंत्रों के बारे में विस्तार से जानें।
हम आपको तुलसी माता के नामों के जाप के बारे में बता रहे हैं। इसस न केवल आपकी मनोकामना पूरी होगी, बल्कि आपके बिगड़े काम भी बन जाएंगे। दिन-रात तरक्की हो सकती है।
ॐ श्री तुलस्यै नमः। ॐ नन्दिन्यै नमः। ॐ देव्यै नमः। ॐ शिखिन्यै नमः। ॐ धारिण्यै नमः। ॐ धात्र्यै नमः। ॐ सावित्र्यै नमः। ॐ सत्यसन्धायै नमः। ॐ कालहारिण्यै नमः।
ॐ गौर्यै नमः। ॐ देवगीतायै नमः। ॐ द्रवीयस्यै नमः। ॐ पद्मिन्यै नमः। ॐ सीतायै नमः। ॐ रुक्मिण्यै नमः। ॐ प्रियभूषणायै नमः। ॐ श्रेयस्यै नमः। ॐ श्रीमत्यै । ॐ मान्यायै नमः।
ॐ गौर्यै नमः। ॐ गौतमार्चितायै नमः। ॐ त्रेतायै नमः। ॐ त्रिपथगायै नमः। ॐ त्रिपादायै नमः। ॐ त्रैमूर्त्यै नमः। ॐ जगत्रयायै नमः। ॐ त्रासिन्यै नमः। ॐ गात्रायै नमः। ॐ गात्रियायै नमः।
ॐ गर्भवारिण्यै नमः। ॐ शोभनायै नमः। ॐ समायै नमः। ॐ द्विरदायै नमः। ॐ आराद्यै नमः। ॐ यज्ञविद्यायै नमः। ॐ महाविद्यायै नमः। ॐ गुह्यविद्यायै नमः। ॐ कामाक्ष्यै नमः। ॐ कुलायै नमः।
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