हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि में किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
हर वर्ष चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस साल नवरात्रि की शुरूआत 09 अप्रैल हो होगी और इसका समापन 17 अप्रैल को होगा।
जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे धन से जुड़ी समस्या भी दूर होने लगती है।
चैत्र नवरात्रि में आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए मां दुर्गा के मंत्र ‘ॐ ह्रींग डुंग दुर्गायै नमः’ और ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ का जाप करना चाहिए।
धन की समस्या को दूर करने के लिए “दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:, स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या, सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता” मंत्र का जाप करें।
चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करते समय ‘सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
पाप का सामना कर रहे लोगों को चैत्र नवरात्रि में ‘हिनस्ति दैत्येजंसि स्वनेनापूर्य या जगत्, सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्यो नः सुतानिव’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
जीवन में बल प्राप्ति के लिए ‘सृष्टि स्तिथि विनाशानां शक्तिभूते सनातनि, गुणाश्रेय गुणमये नारायणि नमो स्तुते’ मंत्र का जाप करें।
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