सनातन धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस शुभ तिथि पर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है।
29 अगस्त को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अजा एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को सुख की प्राप्ति होती है।
अगर आप भगवान विष्णु की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो पूजा के समय भगवान विष्णु के नामों का मंत्र जप करें।
ऊँ श्री प्रकटाय नम:, ऊँ श्री वयासाय नम:, ऊँ श्री हंसाय नम:, ऊँ श्री वामनाय नम:, ऊँ श्री गगनसदृश्यमाय नम:, ऊँ श्री लक्ष्मीकान्ताजाय नम:
ऊँ श्री प्रभवे नम:, ऊँ श्री गरुडध्वजाय नम:, ऊँ श्री परमधार्मिकाय नम:, ऊँ श्री यशोदानन्दनयाय नम:, ऊँ श्री विराटपुरुषाय नम:, ऊँ श्री अक्रूराय नम:
ऊँ श्री सुलोचनाय नम:, ऊँ श्री भक्तवत्सलाय नम:, ऊँ श्री विशुद्धात्मने नम :, ऊँ श्री श्रीपतये नम:, ऊँ श्री आनन्दाय नम:, ऊँ श्री कमलापतये नम:
ऊँ श्री सिद्ध संकल्पयाय नम:, ऊँ श्री महाबलाय नम:, ऊँ श्री लोकाध्यक्षाय नम:, ऊँ श्री सुरेशाय नम:, ऊँ श्री ईश्वराय नम:, ऊँ श्री विराट पुरुषाय नम:
ऊँ श्री क्षेत्र क्षेत्राज्ञाय नम:, ऊँ श्री चक्रगदाधराय नम:, ऊँ श्री योगिनेय नम:, ऊँ श्री दयानिधि नम:, ऊँ श्री लोकाध्यक्षाय नम:, ऊँ श्री जरा-मरण-वर्जिताय नम:
भगवान विष्णु के इन नामों का जप करने से हर दुख का नाश होगा। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com