सनातन धर्म में मां गंगा की महिमा का विस्तार से वर्णन है। मां गंगा के नाम मात्र से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए गए पाप नष्ट हो जाते हैं।
गंगा नदी में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर में किए गए पाप मिट जाते हैं। विशेष तिथि पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है।
अगर आप भी अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो रोजाना नित्य कर्मों से निवृत होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें।
इसके बाद विधि-विधान से भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा करें। इस समय पापों से मुक्ति हेतु मां गंगा के 108 नामों का मंत्र जप करें।
ॐ गंगायै नमः, ॐ विष्णुपादसंभूतायै नमः, ॐ हरवल्लभायै नमः, ॐ हिमाचलेन्द्रतनयायै नमः, ॐ गिरिमण्डलगामिन्यै नमः, ॐ तारकारातिजनन्यै नमः
ॐ ओंकाररूपिण्यै नमः, ॐ अनलायै नमः, ॐ क्रीडाकल्लोलकारिण्यै नमः, ॐ स्वर्गसोपानशरण्यै नमः, ॐ सर्वदेवस्वरूपिण्यै नमः, ॐ अंबःप्रदायै नमः
ॐ सगरात्मजतारकायै नमः, ॐ सरस्वतीसमयुक्तायै नमः, ॐ सुघोषायै नमः, ॐ सिन्धुगामिन्यै नमः, ॐ भागीरत्यै नमः, ॐ भाग्यवत्यै नमः
ॐ भगीरतरथानुगायै नमः, ॐ त्रिविक्रमपदोद्भूतायै नमः, ॐ त्रिलोकपथगामिन्यै नमः, ॐ क्षीरशुभ्रायै नमः, ॐ नरकभीतिहृते नमः, ॐ अव्ययायै नमः
अगर आप भी अपने सारे पाप से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इन नामों का जाप जरूर करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com