वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई, शुक्रवार को लगने जा रहा है। इस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी है।
इस साल लगने वाला चंद्र ग्रहण, उपच्छाया चंद्रग्रहण होगा जिसका प्रारंभ 5 मई को रात्रि 08 बजकर 45 मिनट पर होगा और अंतिम स्पर्श 6 मई रात्रि 1 बजे होगा।
जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाती है, तब चंद ग्रहण लगता है। ग्रहण से पहले सूतक काल लग जाता है, जिसमें सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना गया है। इस दौरान सभी राशियों को और विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखने की आवश्यकता है।
ज्योतिष शास्त्र बताया गया है कि चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को धारदार चीजों का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान तनाव मुक्त रहने के लिए हर समय भगवान का नाम जपते रहना चाहिए। साथ ही मन में नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। इस दौरान विवाद और तनाव से भी बचना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान सोने से परहेज करना चाहिए। इसलिए गर्भवती महिलाएं सोने से परहेज करना चाहिए। इसका नकारात्मक प्रभाव बच्चे के मस्तिष्क पर पड़ता है।
ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को पवित्र जल से स्नान अवश्य करना चाहिए। इसलिए हो सके तो ग्रहण के बाद पानी गंगाजल या पवित्र जल मिलाकर स्नान करें।