चाणक्य के अनुसार परिवार खुद कर देता है ऐसे लोगों का त्याग


By Farhan Khan26, Sep 2024 04:39 PMjagran.com

आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में जीवन के कई पहलुओं के बारे में बताया है। जिसे अपनाते हुए लोगों ने अपनी जिंदगी को सफल बनाया है।

ऐसे लोगों का त्याग कर देता है परिवार

चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताया है, जिनका परिवार द्वारा त्याग कर दिया जाता है। आइए ऐसे लोगों के बारे में जानें।

परिवार का साथ न मिलना

चाणक्य के अनुसार जिन लोगों को कभी परिवार का साथ नहीं मिलता। खुद परिवार के लोग हैं इनका त्याग कर देते हैं।

परिवार के साथ विश्वासघात

जो व्यक्ति अपने ही परिवार के साथ विश्वासघाती करता है, उसके पुत्र, पत्नी और परिवार के अन्य लोगों द्वारा उसका त्याग कर दिया जाता है।

परिवार से लड़ाई झगड़ा करना

जो व्यक्ति दूसरों के द्वारा कही गई बातों को सच मानकर परिवार के लोगों से लड़ाई-झगड़ा करता है, उसका भी परिवार के द्वारा त्याग कर दिया जाता है।

चुगलखोरी की आदत से ग्रस्त

आचार्य चाणक्य का कहना है कि चुगलखोरी की आदत से ग्रस्त व्यक्ति किसी विश्वासघाती से कम नहीं होता।

नाम घृणा से लेना

इस तरह के लोगों को कोई प्यार नहीं करता। ऐसे लोगों का नाम घृणा से लिया जाता है। परिवार ऐसे लोगों का सदा के लिए त्याग कर देता है।

समाज के लिए अच्छा नहीं

आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसे लोगों का त्याग कर देना ही बेहतर है, क्योंकि ऐसा न परिवार के लिए अच्छा है और न ही समाज के लिए अच्छा होता है।

चाणक्य की इन बातों पर आपको गौर करना चाहिए। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com