आचार्य चाणक्य द्वारा रचित नीतियों में सफलता के कई रहस्य छिपे हुए हैं और कई गुण भी बताए गए हैं।
इन नीतियों का पालन कर व्यक्ति उन्नति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहता है।
चाणक्य नीति में सफलता के साथ धन अर्जन का भी बताया गया है, साथ ही यह भी बताया गया है कि किन नीतियों के कारण माता लक्ष्मी क्रोधित होती हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, चोरी किया हुआ धन अधिक समय तक नहीं रुकता है।
जो व्यक्ति गलत कर्म करके धन कमाता है अर्थात चोरी किया हुआ धन, तो उसे जीवन में कभी सफलता नहीं मिलती है।
चाणक्य नीति के अनुसार, जुए में जीता हुआ धन व्यक्ति को कंगाल बना देता है।
अन्याय और धोखे से कमाए गए धन से व्यक्ति कभी भी संतुष्ट नहीं रहता है और अधिक की लालसा में उसके पापों का घड़ा भरता रहता है।