आचार्य चाणक्य सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक माना जाता है। उन्होंने चाणक्य नीति की रचना की, जो बेहद प्रासंगिक मानी जाती है।
चाणक्य नीति के जरिए आप आप जीवन को सरल और सफल बना सकते हैं। साथ ही यह कई रहस्यों को भी उजागर करती है।
आज हम आपको बताएंगे कि चाणक्य के मुताबिक, घमंडी और मूर्ख व्यक्ति से अपना काम निकलवाया जा सकता है? आइए इसके बारे में जानें।
इसके लिए चाणक्य ने एक श्लोक बताया है, जो कुछ इस तरह से है। लुब्धमर्थेन गृह्णीयात् स्तब्धमंजलिकर्मणा। मूर्खं छन्दानुवृत्त्या च यथार्थत्वेन पण्डितम्।।
इस श्लोक का अर्थ है कि लोभी व्यक्ति को धन देकर, अभिमानी को हाथ जोड़कर और मूर्ख व्यक्ति को उसकी इच्छा के अनुसार कार्य देकर अपने वश में किया जा सकता है।
लालची आदमी से तो धन देकर अपना काम करवा सकते हैं। लेकिन अहंकारी से अपना काम निकालवाने के लिए विनम्रता से काम लेना होगा।
यदि आपको किसी मूर्ख व्यक्ति से अपना कोई काम निकलवाना है, तो इसके लिए आपको उस व्यक्ति के अनुसार ही व्यवहार करना होगा।
वहीं, अगर किसी विद्वान व्यक्ति से काम निकलवाना है, तो उससे सच बोलना होगा। झूठ बोलने से आपका काम नहीं होगा।
इन बातों के जरिए अपना काम निकलवा सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com