सनातन धर्म मे गरुड़ पुराण ग्रंथ का विशेष महत्व होता है। इसे पुराण में भगवान विष्णु से ज्ञान के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं कि गरुड़ पुराण को घर में रखना चाहिए या नहीं?
इस पुराण का पाठ घर के किसी सदस्य की मृत्यु के बाद किया जाता है। इससे व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है और घर की शुद्धि हो जाती है।
अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है कि गरुड़ को घर में रखना चाहिए या नहीं? कई लोग घर में गरुड़ पुराण रख देते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि घर में गरुड़ पुराण रखने से बचना चाहिए। इसका पाठ मृत्यु के बाद किया जाता है। ऐसे में इसे घर में रखना उचित नहीं माना जाता है।
यह पुराण 18 महापुराणों में से एक है। इसमें 19 हजार श्लोक हैं। इसमें नरक, स्वर्ग, रहस्य, नीति, धर्म और ज्ञान के बारे में बताया गया है और इसका पाठ करने से ज्ञान, यज्ञ और तप की जानकारी मिलती है।
शास्त्र के अनुसार, घर में किसी सदस्य की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ किया जाता है। इसे पुराण का पाठ करने से मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है।
इस पुराण का पाठ करने से नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है और आसपास का वातावरण शुद्ध होने लगता है। इसके साथ ही, व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है।
गरुड़ पुराण में कई ऐसे मंत्रों के बारे में बताया गया है, जिसका जाप करने से व्यक्ति को धन लाभ होता है और रोगों से भी छुटकारा मिलता है।
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