सनातन धर्म में भानु सप्तमी पर पूजा-पाठ करने का विधान होता है। आइए जानते हैं कि भानु सप्तमी कब है और इसका क्या महत्व है?
पंचांग के अनुसार, 20 अप्रैल को भानु सप्तमी मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य देव की पूजा करना लाभकारी होता है।
पंचांग के अनुसार, भानु सप्तमी की शुरुआत 19 अप्रैल को शाम 06 बजकर 21 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 20 अप्रैल को शाम 07 बजे होगा।
इस दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान होता है। इससे जीवन में आने वाली सारी समस्याएं दूर होने लगती हैं और सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
भानु सप्तमी पर दुर्लभ सिद्ध योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही, त्रिपुष्कर योग जैसे मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में पूजा करना शुभ होता है।
इस दिन पूर्वाषाढा और उत्तराषाढा नक्षत्र का निर्माण होगा। इस योग में सूर्य देव की पूजा करने से सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है।
भानु सप्तमी पर पूजा करते समय ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर: मंत्र का जाप करें।
अगर आपको कठिन परिश्रम के बाद भी कार्य में सफलता नहीं मिल रही है, तो भानु सप्तमी पर सूर्य देव की पूजा करें। इससे करियर में सफलता मिलती है।
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