Pradosh Vrat पर त्रिपुष्कर योग में करें पूजा, करियर में मिलेगी सफलता


By Ashish Mishra07, Feb 2025 12:16 PMjagran.com

Pradosh Vrat 2025

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। इस दिन शिव जी की पूजा करने से सारे संकट दूर होने लगते हैं। आइए जानते हैं कि प्रदोष व्रत पर त्रिपुष्कर योग कब लग रहा है?

प्रदोष व्रत कब है?

पंचांग के अनुसार, माघ माह का अंतिम प्रदोष व्रत 09 फरवरी को रखा जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ करने से शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 09 फरवरी को शाम 07 बजकर 25 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 10 फरवरी को शाम 06 बजकर 57 मिनट पर होगा।

शिव जी और मां पार्वती की पूजा करें

प्रदोष व्रत पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही, साधक के जीवन में खुशहाली आती है।

त्रिपुष्कर योग का निर्माण

प्रदोष व्रत पर त्रिपुष्कर योग संध्याकाल 05 बजकर 53 मिनट से 07 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इस दुर्लभ योग में पूजा करने से साधक की मनोकामना पूरी होने लगती है।

मंत्र का जाप करें

प्रदोष व्रत पर पूजा करते समय ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र का जाप करें। इससे शिव जी प्रसन्न होते हैं।

कार्य में मिलेगी सफलता

अगर आपको कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है, तो प्रदोष व्रत पर त्रिपुष्कर योग में पूजा करें। ऐसा करने से कार्य में सफलता के योग बनेंगे।

परेशानियों से मिलेगा छुटकारा

प्रदोष व्रत पर शिव जी की पूजा करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती है। इसके साथ ही, साधक को कारोबार में लाभ होता है।

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