स्नान करने से न सिर्फ तन साफ रहता है, बल्कि इससे हम एनर्जी से भी भरपूर रहते हैं। हिंदू धर्म में स्नान को लेकर भी कुछ नियम बताए गए हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि अगर आप निर्वस्त्र नहाते हैं, तो इससे किस देवता का अपमान होता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं, ताकि आपको भी सही जानकारी हो सकें।
निर्वस्त्र होकर स्नान न करने के नियम के पीछे एक पौराणिक कथा भी मौजूद है। जब गोपियां सरोवर में निर्वस्त्र होकर स्नान कर रही थीं तभी श्रीकृष्ण ने उसके वस्त्रों का हरण कर लिया था।
इसके बाद श्रीकृष्ण ने वस्त्रों को छिपा दिया। जब गोपियों ने अपने वस्त्र वापिस लेने के लिए कृष्ण भगवान से प्रार्थना की।
तब उन्होंने समझाया कि बिना वस्त्रों के स्नान करने से जल देवता का अपमान होता है। इसके बाद सभी गोपियों ने कृष्ण जी की बात मान ली।
बिना कपड़ों के स्नान करने से शरीर में नकारात्मकता का प्रवेश होता है। जिसके कारण व्यक्ति की मानसिकता भी नकारात्मक हो जाती है। माता लक्ष्मी भी आपसे रुष्ट हो सकती हैं।
निर्वस्त्र स्नान करने से आपको पितृ दोष भी लग सकता है। क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार, हमारे मृत पूर्वज हमारे आस-पास ही मौजूद रहते हैं।
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