हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार शालिग्राम को विष्णु का विग्रह रूप माना जाता है।
जो व्यक्ति शालिग्राम को अपने घर में रखता है और रोजाना उसकी पूजा-पाठ करता है उसे भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
ऐसा घर तीर्थ समान होता है जहां सुख-समृद्धि, खुशहाली की कभी कमी नहीं होती।
अगर आप भी अपने घर में शालिग्राम रखना चाहते हैं, तो सबसे पहले इसे जुड़े नियम जानना बेहद जरूरी है।
ऐसे में आइए विस्तार से जानते हैं कि शालिग्राम को स्थापित करने से पहले किन नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
शालिग्राम को स्थापित करने से पहले इस बात का ख्याल रखें कि इसे हमेशा खरीदकर ही अपने घर में स्थापित करें। किसी से उपहार में ऐसे कभी नहीं लेना चाहिए।
घर में शालिग्राम हमेशा एक ही होना चाहिए। यदि आपके घर एक से ज्यादा शालीग्राम है तो इसे क्षमा मांगते हुए नदी में बहा दें।
शालिग्राम की पूजा करते वक्त अक्षत का इस्तेमाल न करें। यदि आप अक्षत चढ़ाना चाहते हैं तो हमेशा पीले रंग के अक्षत का इस्तेमाल करें।
ऐसे में शालिग्राम स्थापित करते समय इन बातों का खासतौर से ख्याल रखें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com