हिंदू धर्म में सफला एकादशी का व्रत विशेष महत्व रखता है। यह व्रत हर साल पौष महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। सफला एकादशी का व्रत रखने से जीवन सफल हो सकता है।
सफला एकादशी का व्रत इस बार 15 दिसम्बर को रखा जाएगा। इस व्रत को रखना इतना आसान नहीं होता। सफला एकादशी का व्रत रखने के लिए नियमों को फॉलो करना बेहद जरूरी होता है।
आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आपको सफला एकादशी व्रत के दौरान करने से बचना चाहिए। आइए इन कामों के बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
अगर आप सफला एकादशी व्रत के दौरान चावल का सेवन कर रहे हैं, तो ऐसे में आपको यह काम करने से बचना चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता। आपके साथ अनहोनी हो सकती है।
सफला एकादशी पर आपको तामसिक चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। तामसिक चीजों में लहसुन, प्याज, मांसाहार, और अल्कोहल शामिल है। तामसिक चीजें सफला एकादशी पर अशुभ मानी जाती है।
सफला एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती है। मां लक्ष्मी के नाराज के होने से धन की हानि हो सकती है। घर में धन का आगमन रुक सकता है।
सफला एकादशी पर किसी से झूठ नहीं बोलना चाहिए। ऐसा करने से देवी-देवता आपसे नाराज हो सकते हैं। देवी-देवता नाराज हो सकते हैं। आपके काम बिगड़ सकते हैं।
सफला एकादशी पर आपको बाल कटवाना, नाखून काटना और दाढ़ी बनवाने से बचना चाहिए। इससे मानसिक अशांति, तनाव और जीवन में दुर्भाग्य जैसी परेशानियां खड़ी हो सकती है।
इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com