अगर हम यूरिक एसिड की बात करें, तो यह शरीर में प्यूरीन नमक पदार्थ के टूटने से बनता है। एक बार शरीर में अगर यूरिक एसिड जमने लगे, तो इससे व्यक्ति के जोड़ों में दर्द होने लगता है। व्यक्ति चल तक नहीं पाता।
शरीर में अगर लंबे समय तक यूरिक एसिड बढ़ा हुआ रहे, तो इससे व्यक्ति को गठिया नामक बीमारी हो सकती है। गठिया बीमारी बेहद खतरनाक होती है। ऐसे में आपको यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहिए।
आज हम आपको कुछ ऐसी दाल के बारे में बताएंगे, जो हाई यूरिक एसिड में बेहद खतरनाक मानी जाती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें और आप दूसरों को भी बता सकें।
काली उड़द की दाल में प्यूरीन की मात्रा अधिक मात्रा में पाई जाती है और प्यूरीन शरीर में यूरिक एसिड बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में आपको काली उड़द की दाल खाने से बचना चाहिए।
अरहर दाल में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-सी, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, और जिंक के साथ-साथ प्यूरीन भी होता है। प्यूरीन यूरिक एसिड में बेहद खतरनाक माना जाता है।
जो लोग हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं और चने की दाल खून शौंक से खाते हैं, तो ऐसे में उन लोगों को इस दाल को डाइट से बाहर कर देना चाहिए। इसमें प्यूरीन पाया जाता है।
हाई यूरिक एसिड में आपको चने की दाल, काली उड़द की दाल, और अरहर की दाल खाने की बजाय मूंग की दाल का सेवन करना चाहिए। इसमें यूरिक एसिड को कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते हैं।
हालांकि, आपको मूंग की दाल खाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपको इस दाल को लिमिट में खाना चाहिए। मूंग की दाल आपको लिमिट में खाना चाहिए।
लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com