ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में ग्रहों की स्थिति के कारण कई प्रकार के योग बनते हैं। उनमें से एक कालसर्प योग है।
कालसर्प योग के कारण लोगों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जो कि राहु और केतु के आमने सामने होने के कारण होता है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि अगर कुंडली में कालसर्प योग है तो इससे किस प्रकार बचा जा सकता है। आइए इसके बारे में जानें।
कालसर्प दोष के निवारण का सबसे आसान उपाय है शिव पूजा। सावन माह में भगवान शिव का अभिषेक कराएं, जिसे रुद्राभिषेक कहा जाता है।
चांदी के बने नाग नागिन की विधिपूर्वक पूजा करें और उसके किसी बहते जल में प्रवाहित कर दें।
कालसर्प दोष से राहत के लिए राहु की शांति के उपाय होते हैं। शिव मंदिर में राहुकाल में राहु ग्रह की पूजा करने से कालसर्प योग से मुक्ति मिल सकती है।
प्रात:काल कुछ पैसे और मसूर की दाल किसी सफाईकर्मी को दान कर दें। कालसर्प योग से राहत पाने के लिए यह भी एक उपाय बताया गया है।
अगर आप नित्य भगवान शिव की पूजा और शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करते हैं तो ऐसे में कालसर्प दोष से मुक्ति पा सकते हैं।
अगर आपकी कुंडली में भी कालसर्प योग हैं तो ये उपाय आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com