सनातन परंपरा में ईश्वर की साधना-आराधना बगैर तिलक के अधूरी मानी जाती है। प्रत्येक साधक अपनी परंपरा और देवता के अनुसार पूजा के दौरान उन्हें तिलक अवश्य अर्पित करता है।
मान्यता है कि माथे के बीचो-बीच वाले इस स्थान पर तिलक लगाने से व्यक्ति को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
लेकिन क्या आपको पता है कि धर्म की दृष्टि से प्रत्येक दिन के देवता और ज्योतिष की दृष्टि से प्रत्येक ग्रह के लिए अलग-अलग तिलक लगाई जाती है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किस दिन कौन सा तिलक लगाना चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
सोमवार का दिन भगवान शंकर का दिन होता है तथा इस वार का स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं। चंद्रमा मन का कारक ग्रह माना गया है।
मन को काबू में रखकर मस्तिष्क को शीतल और शांत बनाए रखने के लिए आप सफेद चंदन का तिलक लगाएं।
मंगलवार का दिन भगवान हनुमान और मंगल ग्रह का दिन है। मंगल ग्रह को साहस और पराक्रम का कारक माना गया है।
हनुमान जी भी बल के देवता हैं। इस दिन लाल चंदन या चमेली के तेल में घुला हुआ सिंदूर का तिलक लगाने की परंपरा है।
ऐसे में आप भी दिन के अनुसार तिलक लगाएं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com