भारतीय फ्रीस्टाइल रेसलर अमन सेहरावत ने पेरिस ओलंपिक्स में कांस्य पदक अपने नाम किया है। इसी के साथ भारत के खाते में 6 मेडल आ गए हैं।
अमन सेहरावत ने 57 किलो भार वर्ग में बाजी मारी है। ब्रान्ज के लिए खेले गए मुकाबले में सेहरावत ने प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को हराया है।
अमन ने इस मुकाबले को 13-5 से अपनी झोली में डाला है। अमन की वर्षों की मेहनत पेरिस ओलंपिक्स में रंग लाई है।
21 साल के अमन सेहरावत हरियाणा के झज्जर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन से ही अमन ने कुश्ती सीखनी शुरू कर दी थी।
अमन ने बचपन दुखों से गुजरा है। 11 साल की उम्र में ही उनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया था। ऐसे में दादा ने उनकी देखभाल की।
अमन ने दिल्ली के प्रतिष्ठित छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग ली है। उनके कुश्ती के गुरु महाबली सतपाल सिंह हैं।
अमन ने मैच से पहले वाली पूरी रात पसीना बहाया, क्योंकि उन्हें भी विनेश फोगाट वाला डर सता रहा था। हाल ही में महिला पहलवान विनेश फोगाट तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाई जाने पर अयोग्य करार दी गई थी।
अमन भारत के लिए कांस्य लेकर आए हैं और युवाओं के लिए मिसाल बन गए हैं। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM