फिटकरी यानी एलम एक नेचुरल खनिज है, जो एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। आइए जानें वो 7 समस्याएं, जिनके लिए फिटकरी किसी रामबाण से कम नहीं है।
फिटकरी और नमक को पानी में मिलाकर गरारे करने से बैक्टीरिया खत्म होते हैं और बदबू की समस्या दूर हो जाती है। रोजाना उपयोग करने से मुंह ताजा और साफ महसूस होता है।
फिटकरी पानी में घोलकर कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन, खून आना और दांत दर्द में आराम मिलता है। यह बैक्टीरिया को कम करके दांतों की सफाई में मदद करता है।
फिटकरी पानी में भिगोकर उसका पानी चेहरे पर लगाने से खुले पोर्स टाइट होते हैं और मुंहासे निकलना कम होता है। यह त्वचा पर जमा गंदगी और तेल को नियंत्रित करता है।
फिटकरी पाउडर घाव पर लगाने से खून बहना जल्दी रुक जाता है और इंफेक्शन नहीं होता। इसकी एंटीसेप्टिक खासियत त्वचा को तेजी से ठीक करने में मदद करती है।
कई लोग ज्यादा पसीना आने और शरीर में बदबू की शिकायत से परेशान रहते हैं। बाथ के पानी में फिटकरी डालकर नहाने या बगल में हल्का सा लगाने से बदबू और बैक्टीरिया दोनों कम होते हैं।
फिटकरी का फेस पैक त्वचा को टाइट करता है, टैनिंग कम करता है और एंटी-एजिंग प्रभाव देता है। इसके नियमित उपयोग से चेहरे पर चमक आती है।
गंदे पानी में फिटकरी डालकर घुमाने से मिट्टी और गंदगी नीचे बैठ जाती है। इससे पानी साफ होता है और पीने योग्य बनता है।
फिटकरी इन समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुडे़ रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva