यौन उत्तेजना के लिए खासतौर से आयुर्वेद को सफल माना गया है। जो पुरुषों के साथ महिलाओं के लिए भी जरूरी है। यौन उत्तेजना और फर्टिलिटी के स्तर का कम होना किसी के भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
यह पीरियड्स के दौरान शरीर के नेचुरल डिटॉक्सीफिकेशन को बढ़ावा देने का काम करता है। साथ ही हॉर्मोन के स्तर को संतुलित रखता है। जिससे महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढ़ने में मदद मिलती है।
सदियों से अश्वागंधा का उपयोग स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए होता आया है। यह टेस्टॉसटेरोन के स्तर को बढ़ाता है, साथ ही इसका सेवन स्पर्म की क्वालिटी और गतिशीलता को बढ़ाने का काम भी कर सकता है।
शिलाजीत टेस्टॉस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है, जो यौन प्रदर्शन और प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके थकावट कम करने और सहनशक्ति को बढ़ाने वाले गुण एथलीट्स को भी फायदा करते हैं।
प्रजनन क्षमता और यौन कार्य को बढ़ाने के लिए सदियों से इसका उपयोग होता आया है। सफेद मूसली टेस्टॉसटेरोन के स्तर को बढ़ाने का काम करती है। जो स्पर्म क्वालिटी को बढ़ाने के साथ मोबिलिटी को भी बढ़ाता है।
शतावरी एक अत्यंत प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग मांओं में दूध की आपूर्ति में कमी, कम वजन और कामेच्छा में कमी सहित कई समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है।
आयुर्वेद पुरुष शक्ति को बढ़ाने के लिए जड़ी बूटी गोक्षुरा को बढ़ावा देता है। यह टेस्टॉस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जो मांसपेशियों और यौन क्रिया को बढ़ा सकता है।
यह सामान्य स्वास्थ्य और ताकत को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। साथ ही मांसपेशियों की वृद्धि और यौन प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
ज्यादातर लोग इन आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग बिना किसी साइड-इफेक्ट के कर सकते हैं। लेकिन, फिर भी इनके इस्तेमाल से पहले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जरूर बात कर लें।