क्वारंटाइन सेंटर में सात किमी दूर से ढोना पड़ रहा पानी
चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के गढ़वालगाड़ गांव के पंचायत क्वारंटाइन सेंटर में पानी की किल्लत है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के गढ़वालगाड़ गांव के पंचायत क्वारंटाइन सेंटर में पानी की किल्लत है। गांव के प्रधान विशन सिंह कोटवाल ने खुद पानी की व्यवस्था कराने के लिए 20 हजार रुपये खर्च किए। इसके साथ ही पंचायत क्वारंटाइन में बिजली की भी व्यवस्था की है।
गढ़वालगाड़ के प्रधान एवं पूर्व सैनिक विशन सिंह कोटवाल ने बताया कि उनके गांव में 160 से अधिक लोग गांव पहुंच चुके हैं। गांव में दो पंचायत क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। एक सेंटर गांव से एक किलोमीटर दूर प्राथमिक विद्यालय गढ़वालगाड़ है। जबकि दूसरा क्वारंटाइन सेंटर जूनियर हाईस्कूल थौलाथार है। विशन सिंह कोटवाल ने कहा कि इन दोनों स्कूलों में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। बिजली की व्यवस्था तो किसी तरह से दोनों स्कूलों में करा दी गई है। लेकिन पानी की व्यवस्था के लिए सात किलोमीटर दूर से ट्रक में पानी ढोना पड़ रहा है। एक चक्कर के ट्रक संचालक भी दो हजार रुपये ले रहा है। अभी तक वे दोनों स्कूलों में केवल 20 हजार रुपये अपने जेब से पानी के ढूलान पर दे चुके हैं। गांव में भी पर्याप्त पानी नहीं है। गांव के लिए जो योजनाएं बनी थी, वह सिर्फ सरकारी फाइलों में है। प्रधान कहते हैं कि पंचायत क्वारंटाइन में सभी लोग गांव के ही क्वारंटाइन हैं। इसलिए हर प्रवासी को क्वारंटाइन में पानी उपलब्ध कराना उनकी जिम्मेदारी थी। इसलिए उन्होंने अपनी जेब से अभी तक 20 हजार रुपये खर्च कर लिए हैं। लेकिन वे भी कब तक करेंगे, उन्हें भी अपने बच्चे पालने हैं। सभी क्वारंटाइन सेंटरों में पानी की व्यवस्था के निर्देश मिले थे। कई क्वारंटाइन सेंटर में व्यवस्था भी की गई। गढ़वालगाड़ गांव की योजना ग्राम सभा के पास है। लेकिन, क्वारंटाइन सेंटर में पानी उपलब्ध न होने की शिकायत उनके पास नहीं आई। अगर पानी की समस्या है तो उसे दूर किया जाएगा।
बीएस डोगरा, अधिशासी अभियंता, जलसंस्थान उत्तरकाशी