बिना इलाज के बैरंग लौटे ग्रामीण
जानकी चट्टी में बने प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में चिकित्सक और फार्मासिस्ट भ्भी ठीक है।
संवाद सूत्र, बड़कोट : जानकी चट्टी में बने प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में चिकित्सक और फार्मासिस्ट न होने के कारण खरसाली, नारायणपुरी गांवों के ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। अस्पताल में ताला लटका होने से शुक्रवार को स्थानीय लोगों को बिना इलाज कराये ही बैरंग लौटना पड़ा।
सरकार ने चारधाम यात्रा करने के लिए पूरे देशवासियों को छूट दे दी है। यात्रा पड़ाव के बदहाल हालत की स्थिति को बताने के लिए जानकी चट्टी स्थित प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बंद पड़ा है। यहां अस्पताल में न तो चिकित्सक है और न फार्मासिस्ट। शुक्रवार को नारायण पुरी निवासी बचन सिंह, अजीत लाल का स्वास्थ्य खराब हुआ तो वे अस्पताल पहुंचे, तो वहां ताले लटके थे। वहां कोई सूचना भी चस्पा नहीं की गई थी कि अस्पताल के चिकित्सक और फार्मासिस्ट कहां गए हैं। स्थानीय निवासी जयवीर ने बताया कि तनु नाम की महिला भी अपने बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंची थी। काफी देर तक अस्पताल के परिसर में बैठकर अस्पताल खुलने का इंतजार किया। बाद में इन सभी को बिना उपचार के ही वापस लौटना पड़ा।
वहीं डिप्टी सीएमओ डॉ. रमेश आर्य ने बताया कि जानकी चट्टी में तैनात चिकित्सक की ड्यूटी कोविड में लगाई गई है। फार्मासिस्ट की तैनाती अस्पताल में ही है। अगर फार्मासिस्ट अस्पताल में नहीं था तो इसकी जांच की जाएगी।