पांच जिलों में उत्तरकाशी में सबसे अधिक सैंपलिग
विभिन्न राज्यों से प्रवासियों का आना लगातार जारी है। जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. सुबेग सिंह के अनुसार अभी तक जिले में जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं उनमें लक्षण प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : विभिन्न राज्यों से प्रवासियों का आना लगातार जारी है। जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. सुबेग सिंह के अनुसार अभी तक जिले में जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं उनमें लक्षण प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सैंपलिग का महत्व बड़ जाता है। वर्तमान में उत्तरकाशी जनपद में सैंपलिग की रफ्तार अच्छी है। जिसके कारण कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि के मामले में सामने आ रहे हैं। राज्य में उत्तरकाशी जनसंख्या के अनुपात में सबसे अधिक कोरोना सैंपलिग करने वाला जनपद है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने इसकी पुष्टि की है।
राज्य के चार मैदानी जनपदों के बाद सबसे अधिक सैंपलिग करने वाला जनपद उत्तरकाशी है। यहां स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संदिग्धों की सैंपलिग की रफ्तार को बढ़ा दिया है। जिससे कोरोना संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके। उत्तरकाशी सीएमओ डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेने के बाद उन्हें आइसोलेशन पर रखा जा रहा है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है। शनिवार तक उत्तरकाशी जनपद में बाहर से आने वाले 556 से अधिक लोगों की कोरोना सैंपलिग हो चुकी है। अभी तक जनपद में 10 कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। जबकि दो की सैंपलिग देहरादून जनपद में हुई है। रेड जोन से आने वाले हर संदिग्ध की सैंपलिग की जा रही है। सैंपलिग की रफ्तार को बढ़ा दिया गया है। सैंपलिग का ही नतीजा है जो यहां कोरोना पॉजिटिव मामलों की पहचान हो सकी है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हुआ है।
डॉ. आशीष चौहान, जिलाधिकारी उत्तरकाशी
पर्वतीय जिलो में सैंपलिग की स्थिति
जनपद = कोरोना जांच सैंपल
टिहरी 459
रुद्रप्रयाग 270
चमोली 144
पौड़ी 360
उत्तरकाशी 556
उत्तरकाशी में पहुंचे 12817 प्रवासी
उत्तरकाशी जनपद में लॉकडाउन होने के बाद से अभी तक 12817 प्रवासी आ चुके हैं। एहतियात के तौर पर आइसोलेशन वार्ड में 67 एवं संस्थागत क्वारंटाइन वार्ड में 250 संदिग्ध व्यक्तियों को रखा गया है। जबकि 486 को होम क्वारंटाइन एवं 2299 पंचायत क्वारंटाइन हैं। जनपद में 40 संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर हैं। जिनमें एक हजार लोगों को रखने की क्षमता है।