खाई में गिरे विकासनगर के पोर्टर की मौत
संवाद सूत्र, बड़कोट (उत्तरकाशी): यमुनोत्री ट्रै¨कग रूट पर शुक्रवार शाम खाई में गिरे एक पा
संवाद सूत्र, बड़कोट (उत्तरकाशी): यमुनोत्री ट्रै¨कग रूट पर शुक्रवार शाम खाई में गिरे एक पोर्टर की मौत हो गई है। पोर्टर के शव को रेस्क्यू टीम ने निकालकर जानकीचट्टी पहुंचाया। यह पोर्टर पश्चिम बंगाल के पांच-सदस्यीय ट्रैकिंग दल के साथ यमुनोत्री के लिए रवाना हुआ था।
पश्चिम बंगाल का पांच-सदस्यीय ट्रैकिंग दल पांच पोर्टरों के साथ आठ जून को मोरी के सांकरी से यमुनोत्री के लिए रवाना हुआ था। इस बीच शुक्रवार सुबह जानकीचट्टी से करीब 15 किमी दूर एक पहाड़ी पर पैर फिसलने से बाड़वाला विकासनगर (देहरादून) निवासी पोर्टर अजय (20) पुत्र शेर बहादुर गहरी खाई में जा गिरा। अन्य पोर्टरों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। इसके बाद शाम को जानकीचट्टी से पुलिस व एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर पोर्टर को खाई से निकाला। लेकिन, तब पोर्टर की मौत हो चुकी थी। बंगाल के ट्रैकर का शव ऊखीमठ पहुंचाया
रुद्रप्रयाग: तीन दिन की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम पनपतिया ग्लेशियर में मरे पश्चिम बंगाल के ट्रैकर का शव ऊखीमठ लाने में सफल रही। शव लेने के लिए मृतक के परिजनों के अलावा रेलवे का तीन-सदस्यीय दल भी दिल्ली से ऊखीमठ पहुंच गया है।
भारतीय रेलवे में वरिष्ठ इंजीनियर पश्चिम बंगाल निवासी 34-वर्षीय अरुण कुमार दास की बीमार पड़ने के कारण 11 जून को पनपतिया ग्लेशियर में मौत हो गई थी। एसडीआरएफ की 13-सदस्यीय टीम ने स्थानीय आठ पोर्टरों की मदद से शव को लगभग 50 किमी पैदल चलकर ऊखीमठ पहुंचाया। बता दें कि पश्चिम बंगाल का एक ट्रै¨कग दल पांच जून को चमोली जिले के लामबगड़ खीरों नदी से रवाना हुआ। दल में नौ बंगाली ट्रैकर, 12 पोर्टर और दो गाइड शामिल थे। 11 जून को अधिक चढ़ाई व विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते दल के एक सदस्य अरुण कुमार दास की मौत हो गई। इसके बाद से ट्रैकर के शव लाने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा था।