विश्वनाथ चौक में अंधेरे से जूझ रहे हैं तीर्थयात्री
चारधाम यात्रियों को सुविधा देने के लिए नगर पालिका जिला प्रशासन और विश्वनाथ मंदिर समिति कितनी गंभीर हैं इसकी बानगी छोटी काशी (उत्तरकाशी) के विश्वनाथ चौक में दिख रही है। स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था न होने के कारण यहां यात्रियों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। प्राचीन विश्वनाथ मंदिर उत्तरकाशी की खास पहचान है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : चारधाम यात्रियों को सुविधा देने के लिए नगर पालिका, जिला प्रशासन और विश्वनाथ मंदिर समिति कितनी गंभीर हैं इसकी बानगी छोटी काशी (उत्तरकाशी) के विश्वनाथ चौक में दिख रही है। स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था न होने के कारण यहां यात्रियों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
प्राचीन विश्वनाथ मंदिर उत्तरकाशी की खास पहचान है। इसी कारण उत्तरकाशी को प्राचीन समय में विश्वनाथ नगरी या फिर छोटी काशी कहा जाता था। मान्यता है कि गंगोत्री और उत्तरकाशी की यात्रा खासकर विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के बिना अर्थहीन है। इसीलिए चारधाम यात्रा के दौरान विश्वनाथ मंदिर में यात्रियों की भीड़ उमड़ती है। गंगोत्री धाम से दर्शन कर लौटने वाले तीर्थयात्रियों को रात साढ़े दस बजे तक लाइन में लगना पड़ रह है। इस दौरान विश्वनाथ चौक में यात्रियों की खूब भीड़ उमड़ रही है। विश्वनाथ चौक से ही विश्वनाथ मंदिर का मुख्य गेट है, लेकिन विश्वनाथ चौक लाइटिग की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर पालिका ने पूर्व में जो फैंसी स्ट्रीट लाइट लगाई थी उनमें बारिश का पानी भरा हुआ है। इसके अलावा अन्य स्ट्रीट लाइट पर बंद पड़ी हुई है। पूर्व में नगर पालिका विश्वनाथ चौक में शिव की मूर्ति, पानी का फुआरा, लाइटिग, मूर्ति के चारों ओर लोहे की ग्रिल और रंगाई पुताई की थी, लेकिन चौक से लोहे की ग्रिल गायब, पानी के फुआरे और लाइटिग बंद हो गई। बदहाल बने चौक को देखकर विभिन्न प्रांतों से आ रहे श्रद्धालुओं के सम्मुख क्षेत्र की छवि धूमिल हो रही है।
नगर पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल ने कहा कि विश्वनाथ चौक में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था न होने की उन्हें जानकारी नहीं है। अगर स्ट्रीट लाइट नहीं है तो लाइटिग की उचित व्यवस्था की जाएगी।