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विशेषज्ञों की टीम ने किया हर्षिल घाटी का निरीक्षण

सेब काश्तकारों की परेशानियों को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र चिन्यालीसौड़ के प्रभारी अधिकारी डॉ. पंकज नौटियाल ने हर्षिल घाटी में एक टीम भेजी। जहां विशेषज्ञों ने सेब के बागीचों में जाकर निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 10:28 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 06:09 AM (IST)
विशेषज्ञों की टीम ने किया हर्षिल घाटी का निरीक्षण

उत्तरकाशी: सेब काश्तकारों की परेशानियों को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र चिन्यालीसौड़ के प्रभारी अधिकारी डॉ. पंकज नौटियाल ने हर्षिल घाटी में विशेषज्ञों की एक टीम भेजी। जहां विशेषज्ञों ने सेब के बागीचों का निरीक्षण किया।

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कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि प्रसार विशेषज्ञ डॉ. गौरव पपनै ने कहा कि इस वर्ष हर्षिल एवं बगोरी में मर्सिनोना ब्लोच एवं माइट की समस्या बनी हुई है। सुक्की एवं झाला के कुछ बागानों में जड़ सड़न के मामले भी सामने आए हैं। इसके अतिरिक्त वूली एफिस की समस्या भी कुछ वृक्षों में देखने को मिली है। इन परेशानियों को देखते हुए उन्होंने एक वाट्सएप समूह भी बनाया, जिसमें किसान अपनी समस्याएं व समस्याओं से जुड़े फोटो-वीडियो अपलोड कर सकेंगे। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. पंकज नौटियाल ने कृषकों को सुझाव दिया कि विभिन्न रोगों की रोकथाम के लिए काश्तकारों को संतुलित खाद, फास्फोरस और पोटाश को गोबर के साथ मिलाकर पौधों में डाले।(जासं)


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