यमुना नदी के टापू में फंसी दो महिलाएं, SDRF ने किया रेस्क्यू, पशु लेने गई थी नदी पार, अचानक बढ़ गया जलस्तर
राज्य आपदा मोचन बल के अनुसार जानकी चट्टी के निकट बनास गांव के एक व्यक्ति ने उन्हें सूचना दी कि यमुना नदी के टापू में गांव की दो महिलाएं और कुछ मवेशी फंस गए हैं। सूचना पर योगेंद्र भंडारी के नेतृत्व में टीम रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। तहसील बड़कोट के बनास गांव के निकट यमुना नदी में बने टापू पर गुरुवार को दो महिलाएं व तीन गाय फंस गए। जिन्हें राज्य आपदा मोचन बल की टीम ने सकुशल रेस्क्यू किया। राज्य आपदा मोचन बल के अनुसार जानकी चट्टी के निकट बनास गांव के एक व्यक्ति ने उन्हें सूचना दी कि यमुना नदी के टापू में गांव की दो महिलाएं और कुछ मवेशी फंस गए हैं। सूचना पर योगेंद्र भंडारी के नेतृत्व में टीम रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची।
प्राथमिक उपचार देकर महिला को स्वजन के साथ भेजा घर
महिलाओं को लाइफ जैकेट पहनाकर पूर्ण सुरक्षा के साथ रोप रिवर क्रासिंग की सहायता से नदी के इस पार लाया गया। इसके बाद फंसी हुई तीन गायों को भी एक-एक कर के सुरक्षित नदी के टापू से निकाला गया। रेस्क्यू के दौरान एक महिला के घुटने में चोट भी लग गई थी। जिसे प्राथमिक उपचार देकर स्वजन के साथ घर भेजा गया।
महिलाओं ने बताया कि वह अपने पशु लेने नदी पार गयी थी, अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से बीच नदी में फंस गई।
मकान क्षतिग्रस्त, तीन बकरियों की मौत
पौड़ी: विकासखंड कल्जीखाल के असवालस्यूं पट्टी के बमणगांव में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। मकान में गोशाला भी थी। घटना बुधवार दोपहर की है। ग्रामीण सूरज बिष्ट ने बताया कि वर्षा की वजह से मोहन सिंह की मकान के अंदर बनी गोशाला में तीन बकरियों की भी मौत हो गई। गनीमत यह रही कि जिस वक्त यह घटना हुई, उस समय घर के लोग जा चुके थे। क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक ने घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण कर नुकसान का आंकलन किया।