सड़कों से लेकर अस्पताल तक गुस्सा ही गुस्सा
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: डुंडा की घटना को लेकर रविवार को उत्तरकाशी में जुलूस-प्रदश
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: डुंडा की घटना को लेकर रविवार को उत्तरकाशी में जुलूस-प्रदर्शन का दौर जारी रहा। दिन भर पूरा शहर नारों से गूंजता रहा। सड़कों से लेकर कलक्ट्रेट और अस्पताल में भी दिन भर जुलूस और नारेबाजी हुई। रविवार को सुबह छह बजे पीजी कालेज के छात्र संगठनों ने ज्ञानसू बैंड पर धरना प्रदर्शन किया, जिसके बाद डुंडा और भटवाड़ी के ग्रामीणों ने जोशियाड़ा से लेकर कलक्ट्रेट, भटवाड़ी रोड, मुख्य बाजार में विशाल जुलूस निकाला। इसी दौरान कुछ संगठनों ने मुख्य बाजार में बाइक रैली भी निकाली।
दोपहर में अलग-अलग छात्र संगठनों की रैलिया निकली। इन रैलियों में कुछ तत्वों ने उपद्रव भी मचाया। जिला अस्पताल, ज्ञानसू बैंड, देवीधार में दिन भर धरना-प्रदर्शन का दौर जारी रहा। सभी प्रदर्शनकारी दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा देने की मांग कर रहे थे।
नेपाली और बिहारी मजदूर रहे घरों में कैद
रविवार पूरे दिन शहर में नेपाली व बिहारी मजदूर नजर नहीं आए। बीते शनिवार की शाम को कुछ नेपाली और बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट की घटना भी सामने आई थी। भले ही वे लोग पुलिस प्रशासन तक नहीं पहुंचे।
रविवार को तो उत्तरकाशी में नेपाली व बिहारी मजदूर नजर नहीं आए, जबकि हर दिन जोशियाड़ा पुल के पास बिहारी मजदूरों का जमावड़ा लगा रहता था तथा बस अड्डे के पास नेपाली मजदूरों की भीड़ रहती थी।
केबल ऑपरेटर के साथ अभद्रता
रविवार की दोपहर को लदाड़ी क्षेत्र में केबल को सही करने के लिए गए अलिशा केबल के संचालक नसीम खान के साथ प्रदर्शनकारियों ने मारपीट की। इस मामले को लेकर नसीम खान आइजी संजय गुंज्याल और जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान से मिले तथा मारपीट करने वाले युवकों के खिलाफ कार्रवाई की माग की।
सात समंदर पार से भी आए फोन
डुंडा में 12 वर्षीय किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने के मामले को लेकर विदेशों में रह रहे उत्तरकाशी के वाशिदों ने दुख जताया। चीन के बिजिंग में योग व दर्शनशास्त्र पढ़ाने वाले उत्तरकाशी के हुल्डियाण निवासी विक्रम योगी ने फोन कर इस घटना पर दुख जताया तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माग की। उत्तरकाशी निवासी प्रदीप सुमन रावत ने बताया कि जर्मनी में रहने वाले उनके कुछ परिचितों ने फोन कर इस घटना पर हैरानी और गुस्सा जताया। इसके साथ ही जर्मनी में रहने वाले पीयूष बनूनी ने फोन कर इस घटना पर दुख व्यक्त किया तथा कहा कि इस तरह की घटनाएं उत्तरकाशी में कैसे होने लगी हैं।