पुरानी पेंशन को लेकर काला दिवस मनाने की तैयारी
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा 1 अक्टूबर को काला दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए संगठन अपनी कार्यकारिणी का विस्तार भी कर रहा है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय प्रवक्ता प्रवीन भट्ट ने कहा कि 1 अक्टूबर 2005 को उत्तराखंड में पुरानी पेंशन योजना समाप्त कर नई पेंशन योजना लागू की थी। यह वह काला दिन है जिसके लिए आज संघर्ष करना पड़ रहा है। इस दिन ने सरकारी सेवक के भविष्य को अपने अंधकार के आगोश में ले लिया। इसलिए उन्होंने निश्चिय किया है कि इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। जिसमें सभी कर्मचारी काली पट्टी बांध विरोध करेंगे। रात 8 से 9 तक विरोध में अपने घरों की लाइट नहीं जलाएंगे। उन्होंने कहा कि आंदोलन को तेज करने के लिए उत्तरकाशी जनपद में राइका गोरशाली में सहायक अध्यापक मुरली मनोहर भट्ट को जिला मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। उधर बड़कोट में पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर कर्मचारियों ने अपने स्वजनों के साथ एक दिवसीय उपवास रखा। वहीं बड़कोट निवासी कपिल रावत ने कर्मचारियों की मांग को जायज बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह को पत्र लिख कर कर्मचारियों की मांग को पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांग को गंभीरता से नहीं ले रही है।