उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में पेयजल संकट, स्थानीयजनों में आक्रोश
इन दिनों उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के आसपास पेयजल संकट बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : इन दिनों उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के आसपास पेयजल संकट बना हुआ है। इस संबंध में तिलोथ के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन दिया है। साथ ही पानी के संकट को दूर करने की मांग की है। इसके साथ ही जोशियाड़ा, कंसेण और ज्ञानसू क्षेत्र के कई मोहल्लों में पिछले चार दिनों से पानी नहीं आ रहा है।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के निकट तिलोथ क्षेत्र में सबसे अधिक पानी का संकट बना हुआ है। गत 18 जुलाई से लेकर अभी तक तिलोथ और मांडों क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था नहीं सुधरी है। सोमवार को तिलोथ के ग्रामीण सभासद गोविद सिंह गुसांई के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे। तिलोथ निवासी चतर सिंह, सुरेश प्रसाद भट्ट, शिव शंकर, भुवनेश भट्ट, विशन सिंह राणा, गुलाबी देवी, सुषमा देवी आदि कलक्ट्रेट परिसर में आक्रोष व्यक्त किया। तिलोथ वासियों ने कहा कि पेयजल की उन्हें भटकना पड़ रह है। जल संस्थान के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बाद पेयजल व्यवस्था नहीं सुधरी है। वहीं ज्ञानसू क्षेत्र के कई मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति ठप है। जोशियाड़ा कालेश्वर मार्ग कालोनी में भी सुचारू पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। आपदा प्रभावित गांव मांडों में भी पेयजल व्यवस्था नहीं सुधरी है।
जलसंस्थान के ईई बीएस डोगरा ने कहा कि तिलोथ क्षेत्र के लिए पेयजल लाइन निराकोट गदेरे से आती है। लेकिन, आपदा के कारण लाइन बार-बार टूट रही है। मांडों गांव में हैंडपंप पर मोटर लगाई गई है। जोशियाड़ा के कुछ इलाकों में इंद्रावती नदी से पानी की आपूर्ति होती है। नदी में गाद बढ़ने के कारण कुछ समस्या आयी थी।