कूड़े का निस्तारण पालिका के लिए चुनौती
संवाद सहयोगी उत्तरकाशी नगरपालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी के लिए कूड़े का निस्तारण सबस
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी: नगरपालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी के लिए कूड़े का निस्तारण सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। डंपिग स्थल नहीं होने से पालिका क्षेत्र की सारी गंदगी ताबांखानी सुरंग के समीप बाहर से जाने वाली सड़क के किनारे जमा हो रहा है। इस सड़क पर कूड़ा जमा होने के कारण आसपास दुर्गंध फैली हुई हैं। इसके साथ ही आसपास लोगों को संक्रामक बीमारियों के फैलने का भय सता रहा है। स्थानीय लोगों के शिकायत के बावजूद पालिका क्षेत्र की गंदगी इसी सड़क पर डंप हो रही है।
7 मई से गंगोत्री और यमुनोत्रीधाम के कपाट खुलेंगे। यात्रा सीजन के दौरान देश विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु देव दर्शन के लिए यहां उमडे़ंगे। जगह-जगह बिखरा कूड़ा शहर की सुंदरता को बेदाग करेगा। साथ ही काशीनगरी कही जाने वाली उत्तरकाशी की छवि इससे धूमिल होगी। दिनप्रतिदिन तांबाखानी सुरंग के समीप बाहर वाली सड़क पर जमा किया जा रहा कूड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बारिश और तेज आंधी के चलते यह कूड़ा यहां से उड़कर इधर उधर बिखर रहा है, जो सीधे भागीरथी नदी में गिर रहा है। यही नहीं जोशियाड़ा क्षेत्र की सारी गंदगी झूलापुल के समीप डंप हो रही है, जो सीधे भागीरथी नदी में प्रवाहित हो रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पालिका के चुनाव के दौरान विभिन्न दलों के प्रत्याशियों ने पालिका क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण की समस्या को चुनावी मुद्दा बनाया था, जिसके चलते पालिका के लोगों ने प्रत्याशी पर विश्वास कर उन्हें पालिकाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। लेकिन नवनियुक्त पालिकाध्यक्ष को बने हुए चार महीने का समय बीत चुका है, लेकिन आज भी उत्तरकाशी नगरी गंदगी से कराह रही है। नगरपालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी के अध्यक्ष रमेश सेमवाल ने बताया कि पालिका द्वारा मांडो में कूड़ा निस्तारण मशीन लगायी जा रही थी, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने इस पर हाईकोर्ट के माध्यम से रोक लगा दी। पालिका के पास उचित भूमि नहीं है, इसके लिए पालिका ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पालिका क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए जमीन की मांग की थी, जिस पर हाईकोर्ट ने शासन को 27 अप्रैल तक पालिका क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए भूमि उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। कहा आचार संहिता होने से मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा है। जल्द ही इसका उचित समाधान होगा।