लापरवाही पर एसीएमओ समेत दो का वेतन रोका
सीमांत जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। कुंभ ड्यूटी से लौटने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के लिए कोरोना की जांच कराना अनिवार्य किया गया है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सीमांत जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। कुंभ ड्यूटी से लौटने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के लिए कोरोना की जांच कराना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन ने कुंभ ड्यूटी से लौटने वाले कर्मचारियों की सूची भी जारी कर दी है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं कि नगुण बैरियर और डामटा बैरियर पर अनिवार्य रूप आरटीपीसीआर सैंपल लिए जाएं और जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती तब तक सभी कर्मचारी और अधिकारी होम आइसोलेशन में रहें।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने गुरुवार को जिला सभागार में कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम को लेकर महत्वपूर्ण बैठक ली। पुरोला में होम आइसोलेशन में रखे व्यक्ति को पल्स ऑक्सीमीटर व आवश्यक जांच नहीं करने पर जिलाधिकारी ने डॉ. पंकज व एसीएमओ पुरोला डॉ. आरसी आर्य का माह अप्रैल का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 को लेकर लापरवाही कतई भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि कुंभ ड्यूटी में पुलिस के 35 जवान, होमगार्ड के 150 जवान, पीआरडी के 329 जवान सहित पीएसी प्लाटून, चिकित्सक सहित अन्य अधिकारी भी लौट रहे हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जब तक सभी कार्मिकों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट नहीं आ जाती है, तब तक सभी कार्मिक होम आइसोलेट पर रहेंगे। यदि कोई भी सरकारी कार्मिक कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों का भी अनिवार्य रूप से कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए। इसके लिए सभी कार्मिक पूर्ण जिम्मेदारी व गम्भीरता के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि आजकल शादियों का सीजन है और गाइडलाइन के अनुसार कुल 200 व्यक्ति को ही शादी में शामिल होने की अनुमति है। ज्यादा होने पर शादी आयोजित करवाने वाले का चालान करने के निर्देश उप जिलाधिकारियों को दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक ददनपाल, सीएमओ डॉ. डीपी जोशी, उप जिलाधिकारी बड़कोट चतर चौहान, पुरोला सोहन सैनी, प्रमुख अधीक्षक डॉ. एसडी सकलानी, सीवीओ डॉ. प्रलंकरनाथ, डॉ. सुजाता आदि मौजूद थे।